खोदावंदपुर/बेगूसराय। अपने विभिन्न मांगों को लेकर विगत 22 जुलाई से हड़ताल कर रहे एनएचएम कर्मियों ने शुक्रवार को सीएचसी खोदावन्दपुर में धरना दिया. समान काम के लिए समान वेतन, संविदा पर बहाल सभी स्वास्थ्य कर्मियों को राज्य कर्मी का दर्जा दिये जाने, एनएचएम कर्मियों को स्मार्ट फोन एफआरएएस विधि से उपस्थिति बनाने पर रोक लगाने, अप्रैल माह से लंबित मानदेय की अविलम्ब भुगतान किए जाने, स्वस्थ्य उप केंद्रों पर पेयजल, शौचालय, बिजली, आवासीय सुविधा, वाई फाई सुविधा सुनिश्चित किए जाने, कार्यस्थल पर महिला स्वास्थ्य कर्मियों के सुरक्षा की गारंटी किए जाने समेत अन्य कई मांगों को लेकर एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से खोदावंदपुर सीएचसी एवं स्वास्थ्य उप केंद्रों का कामकाज ठप हो गया है. वहीं दूसरी ओर खोदावंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने शुक्रवार को पहुंचे बेगूसराय के सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार शर्मा ने हड़ताली एनएचएम कर्मियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने एवं उनकी मांगों से विभाग के आलाधिकारियों को अवगत कराने की बात कही. सीएस ने एनएचएम कर्मियों को सुविधा देने का भी आश्वासन दिया, परन्तु हड़ताली एनएचएम कर्मी अपने अनिश्चित कालीन हड़ताल पर डटे हैं. इससे चिकित्सा कार्य प्रभावित हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग के हड़ताली कमर्चारियों ने मांगे पूरी होने तक हड़ताल पर डटे रहने की बात कही है. हड़ताली कर्मियों ने बताया कि पांच सौ रूपये में कोई भी व्यक्ति अच्छे मकान किराए पर नहीं दे सकते हैं, जिसमें पानी, शौचालय, लाईट आदि की सुविधा उपलब्ध हो. उन्होंने बताया कि फेस एटेंडेंस एप्प में कई प्रकार की त्रुटियाँ है, जिसकी वजह से एटेंडेंस नहीं बनने के कारण पेमेंट में कटौती की जायेगी. नियमित सभी कर्मियों को फेस एटेंडेंस से कोई संबंध नहीं है, जबकि इनका वेतन एन एच एम कर्मी से अधिक है. कार्य भी सामान है, तो सरकार द्वारा एक ही कार्य में दोहरी नीति क्यों की जाती है. जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार सामान कार्य के लिये सामान वेतन देने का प्रावधान है. मौके पर सीएचओ प्रवीण कुमार, ऋचा कुमारी, स्टाफ नर्स भीखमचंद, सुनील कुमार, एएनएमआर वन्दना कुमारी, कुमारी प्रीति, सीमा प्रवीण, आभा कुमारी, रिंकू कुमारी, वीणा कुमारी, खुशबू कुमारी, उर्मिला कुमारी सहित अनेक लोग मौजूद थे.