खोदावंदपुर/बेगूसराय। भागवत कथा लोगों को जीवन जीने की सही कला सिखाती है, इससे न केवल ज्ञान मिलता है वरण आत्म ज्ञान भी होता है. यह बातें दौलतपुर पंचायत के चलकी गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के समापन के अवसर पर प्रवचन देते हुए आचार्य सुदामा प्रसाद तिवारी ने कही. उन्होंने कहा कि जिन पर भगवत कृपा होती है, उन्हीं को भागवत कथा सुनने का सुअवर मिलता है. कार्यक्रम में स्वागत भाषण अवकाश प्राप्त शिक्षक सह ग्रामीण रामकृष्ण पोद्दार ने किया. समारोह को मीरा देवी, राजेंद्र महतो, पूर्व मुखिया बाबू प्रसाद यादव, रामजीवन महतो, ग्रामीण राम स्वरूप पासवान, रामचंद्र पंडित, रामनारायण महतो, डॉ संजीव कुमार भारती, मुन्ना कुमार,भोला पोद्दार सहित अनेक लोगों ने संबोधित किया. समापन के पूर्व प्रातः समय कलश विसर्जन शोभायात्रा का आयोजन किया गया. कलश विसर्जन समारोह में सैकड़ों नर-नारियों ने भाग लिया, जो शुरुआत के दिन कलश उठायी थी. कलश विसर्जन शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ यज्ञ मंडप से चलकर नगर भ्रमण करते हुए स्थानीय बुढ़ीगंडक नदी में प्रवाहित किया गया. दोपहर बाद आयोजन समिति की ओर से साधु- संतों के सम्मान में विशाल भंडारा का आयोजन भी किया गया, जहां सैकड़ों साधुओं और आगंतुको ने महाप्रसाद ग्रहण किया. इसके साथ ही गत नौ जून से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को संपन्न हो गया. इस सात दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन से पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया.