राजेश कुमार,खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावन्दपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित तीन जर्जर सड़कों के जीर्णोद्धार की दिशा में किसी ने ध्यान नहीं दिया. न तो जन प्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान देना उचित समझें और न ही विभाग के अधिकारियों ने इसकी सुधि ली. प्रखण्ड कार्यालय की तीन दिशाओं में स्थित ईट सोलिग जर्जर सड़कें लोगों को अपना मुंह चिढ़ा रहा है.
उदाहरण के लिए सड़कें-
बेगूसराय-रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 पूरब दिशा में भ्रमणशील पशु चिकित्सालय होते हुए ई-किसान भवन के समीप तक जाने वाली पथ एवं दूसरी सड़क प्रखंड कॉलोनी स्थित राजस्व कर्मचारी के आवास के निकट से खोदावन्दपुर ग्रामीण सड़क तक तथा तीसरा सड़क प्रखंड कॉलोनी स्थित अंचल अधिकारी के सरकारी आवास के पीछे से शहीद जगदेव पुस्तकालय, कर्पूरी भवन होते हुए एस एच 55 तक.
कहते हैं स्थानीय लोग:-
प्रखंड मुख्यालय स्थित जर्जर पथों की अनदेखी किए जाने से स्थानीय लोगों में असन्तोष व्याप्त है. लोगों ने जन प्रतिनिधियों एवं विभाग के अधिकारियों पर इन जर्जर सड़कों के जीर्णोद्धार कार्य की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. जब प्रभात पड़ताल के क्रम में लोगों की राय ली गयी तो स्थानीय ग्रामीण रामनरेश महतो, मोहम्मद इदरीश, नीतीश कुमार, कुंदन कुमार, जयजयराम महतो, सुरेन्द्र शर्मा, मनोज कुमार, रामाशीष दास सगुनी राम, ललन मालाकार, राजेश कुमार, रंजीत गुप्ता आदि लोगों ने बताया कि यह सड़क दशकों पूर्व से जर्जर हैं, जिसकी शिकायत कई बार पंचायत प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय अधिकारियों से की गयी. साथ ही इन जर्जर सड़कों के जीर्णोद्धार की मांग की गयी है, परन्तु अबतक किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. इन स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रखंड कार्यालय से दक्षिण दिशा में पशु चिकित्सालय एवं अंचल निरीक्षक का कार्यालय है, जहां दर्जनों लोग प्रत्येक दिन पशु चिकित्सालय एवं अंचल निरीक्षक कार्यालय विभिन्न कार्यों से आते जाते रहते हैं. खासकर इन्हीं जर्जर सड़कें से होकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रखंड कॉलोनी में बच्चे पढ़ने जाते आते हैं. इसके अलावे किसानों अपने विभिन्न कार्यों को लेकर मनरेगा भवन व इ-किसान भवन एवं विधुत प्रशाखा कार्यालय, प्रखंड सह अंचल कार्यालय भी आते जाते रहते हैं. इन सड़कों पर आवागमन में काफी परेशानी होती है. लोगों ने बताया कि सरकार तो ग्रामीण सड़कों को चकाचक करवाने की बात कहती है, परंतु खोदावन्दपुर प्रखंड कार्यालय के उत्तर, दक्षिण और पूरब में अबतक ईट सोलिग का ही पथ बना हुआ है.सरकार का विकास कार्य प्रखंड कार्यालय के आसपास खोखला साबित हो रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि अंचलाधिकारी के आवास के पीछे से बेगूसराय-रोसड़ा मुख्य पथ में जोड़नेवाली सड़क वर्षों से जर्जर हालत में है. इस सड़क में कुछ दूरी पर मिट्टीकरण कर छोड़ दिया गया है, जबकि इन जर्जर सड़कों से स्थानीय लोगों के अलावे अधिकारीगण भी अपने आवास से कार्यालय जाते आते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में नेता भी इसी मैदान में अपने अपने प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा करने आते हैं, उनका भी ध्यान इस ओर आकृष्ट नहीं किया जाता है. चुनावी बयार के दौरान कुछ जनप्रतिनिधि आश्वासन का घूंट पिलाकर चले जाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रखण्ड मुख्यालय से जलनिकासी के लिए पक्की नाली बनाए जाने की जरूरत है.
कहती है पंचायत की मुखिया:-
अभी गांव की समस्या पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, रही बात प्रखंड मुख्यालय की तो पशु चिकित्सालय वाली सड़क एवं अंचल अधिकारी के आवास के पीछे से एस एच 55 को जोड़ने वाली जर्जर सड़क को योजना में लिया जा चुका है. जल्द ही इन दो योजनाओं को पूरा कर दिया जायेगा और शेष बचे एक सड़क का भी जीर्णोद्धार किये जाने का हरसंभव प्रयास किया जायेगा.
शोभा देवी, मुखिया, ग्राम पंचायत राज खोदावंदपुर
बोले अधिकारी:-
प्रखंड मुख्यालय की तीनों जर्जर सड़कों की समस्या मेरे यहाँ आने के पूर्व का ही है. मैने भी इस समस्या के सामाधान के लिए प्रखंड प्रमुख व पंचायत की मुखिया से वार्तालाप किये थे. लेकिन किसी ना किसी व्यस्तता के कारण जर्जर सड़कें का जीर्णोद्धार नहीं हो सका. हलांकि पुनः मैं इस जनसमस्या से वरीय अधिकारियों को भी अवगत करवा देते हैं, जल्द ही इस समस्या का सामाधान करवा दिया जायेगा.
नवनीत नमन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, खोदावन्दपुर.