खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में बरसात के समय जलजमाव बना है चुनावी मुद्दा

खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावंदपुर प्रखंड के नगरी चौर की लगभग 700 एकड़ कृषि की भूमि में हर वर्ष जलजमाव रहने से धान की फसल डूब जाती है, जिससे सैकड़ों किसानों की स्थिति दयनीय रहती है. इस चौर से जल निकासी की स्थायी व्यवस्था नहीं हो रही है. जल निकासी की स्थायी व्यवस्था किए जाने की मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन एवं आमरण अनशन भी किया गया है, परन्तु सिवा आश्वासन के अबतक कोई कदम नहीं उठाया गया है. आगामी लोकसभा चुनाव में यह समस्या यहां के किसानों का मुख्य मुद्दा बना हुआ है.
क्या है मामला:-
खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के मेघौल पंचायत के किसानों अनिल प्रसाद सिंह, राम मूर्ति प्रसाद सिंह, कृष्ण नारायण सिंह, प्रेम नारायण सिंह, मोहन प्रसाद सिंह, राम पुकार सिंह, सुधीर कुमार राय, राजीव कुमार राय, राम कुमार झा, मणि कांत झा, अरुण देव चौधरी आदि ने बताया कि उनलोगों की जमीन नगरी झील में है. इस जमीन में वेलोग हर साल खरीफ के मौषम में धान की खेती करते हैं. परन्तु बर्षा होने पर इस झील में चारों ओर के इलाके का पानी भर जाता है, जिससे पूरी नगरी झील पानी से भर जाती है और खरीफ फसल डूबकर बर्बाद हो जाता है, जिसके कारण लागत पूंजी भी गायब हो जाती है. इन किसानों ने बताया कि नगरी झील से पानी निकासी नहीं होती है, जिसके चलते यह समस्या है.
कई गांवों का पानी जाता है नगरी झील में:-
जानकार लोगों ने बताया कि खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के मेघौल, बिदुलिया, मलमल्ला, खोदावंदपुर, मुसहरी, चकवा, तारा, मटिहानी, मालपुर, फफौत, बरियारपुर पश्चिमी, मसुराज, योगीडीह, बरियारपुर पूर्वी गांव का बरसात का पानी नगरी झील में जाता है. इसके अलावे चेरियाबरियारपुर प्रखंड क्षेत्र के आकोपुर, गोपालपुर, रामपुर, सकरौली, बसही भेलवा गांव से भी बरसाती पानी इसी झील में जाता है, जिसके कारण लगभग 700 एकड़ क्षेत्रफल वाला नगरी चौर पानी से लबालब भर जाता है. किसानों ने बताया कि नगरी झील से फुदिया नाला के रास्ते पानी काबर झील में गिरता है, परन्तु फुदिया नाला को बन्द कर दिए जाने से जल निकासी नहीं हो रही है। वर्ष 2007 में बसही गांव में बुढ़ी गंडक नदी के तटबंध टूट जाने से नगरी चौर होकर पानी खगड़िया की तरफ जाने से नगरी चौर में मिट्टी का स्तर और गहरा हो जाने की बात भी किसानों ने बताई है.
जल निकासी की मांग को लेकर किया गया अनशन:-
बताते चलें कि खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र की सबसे बड़ी इस समस्या के स्थायी निदान की मांग को लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष लोगों ने कई बार धरना प्रदर्शन एवं अनशन भी किया है. जिलाधिकारी एवं एसडीओ को भी इस समस्या से अवगत कराया गया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीओ एवं खोदावंदपुर तथा चेरियाबरियारपुर के बीडीओ व सीओ ने नगरी झील से जल निकासी की समुचित व्यवस्था के लिए फुदिया बाहा का स्थल निरीक्षण किया था. इन अधिकारियों ने जल्द से जल्द इस समस्या के निदान का आश्वासन यहां के लोगों को दिया था. खोदावंदपुर प्रखंड के लोगों ने स्थानीय विधायक से भी जल निकासी की स्थायी व्यवस्था करवाने की गुहार लगायी थी. उन्होंने भी इस समस्या के निराकरण का भरोसा दिया था, परन्तु अबतक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. नगरी चौर में हर वर्ष खरीफ फसल क्षतिग्रस्त हो जाने की समस्या आगामी लोकसभा चुनाव में मतदाताओं का मुख्य मुद्दा बना हुआ है.