छौड़ाही/बेगूसराय। स्कूली बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ स्कील शिक्षा भी जरूरी है. जनवरी 2024 के पहले दिन शिक्षक, अभिभावक एवं बच्चे बाहर ना जाकर एक साथ इस बाल मेला में आये हुये हैं. यह विद्यालय की बहुत बड़ी उपलब्धि है. ज्ञानोदय स्कूल के निदेशक सह प्रधानाचार्य के इस सोच ने बच्चों में व्यापारिक कौशल को निखारने में महती भूमिका निभायेगा. ऐसे आयोजन और भी होता रहे तथा ऐसी शिक्षा गांव में मिले.इस तरह की व्यवस्था अन्य स्कूलों में भी हो. इसके लिये हम भी अपने स्तर से हरसंभव प्रयास करूंगा. उपर्युक्त बातें बखरी एसडीएम सन्नी कुमार सौरव ने सोमवार को ज्ञानोदय "ए कैरियर ऑरिएंटेड पब्लिक स्कूल" छौड़ाही में आयोजित बाल मेला में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुये कही. एसडीएम सौरव ने कहा कि हमारे पूज्य बापूजी का कहना था कि देश की आत्मा गांव में बसती है और गांव में ही एक ऐसा स्कूल हो जहां ना केवल पढ़ाई बल्कि स्कील शिक्षा को भी बल दिया जा रहा हो. जो आज इस बाल मेला में देखने को मिल रहा है. वहीं स्कूल के निदेशक सह प्रधानाचार्य अंजेश कुमार ने कहा कि बच्चों में व्यापारिक कौशल को बढ़ाने के लिये बाल मेला का आयोजन किया जाता है. यदि बच्चे किसी रोजगार से जुड़े तो वह कभी भी बेरोजगार नहीं हो सकते हैं तथा उस व्यापार से आर्थिक उपार्जन कर बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल करने की संभावना रहती है और माता-पिता को भी आसान होगी. निदेशक ने कहा कि ज्ञानोदय विद्यालय-जीवन में ही इस तरह के छोटे कार्य को शुरू किया है, ताकि हम पर कोई कीचड़ उछाल ना सकें. उन्होंने कहा कि हर वर्ष स्कूली बच्चों के द्वारा इस तरह का कार्यक्रम किया जाता है. इससे पूर्व बाल मेला का विधिवत उद्घाटन बखरी एसडीएम सन्नी कुमार सौरव एवं विद्यालय के निदेशक अंजेश कुमार ने संयुक्त रूप से नारियल फोड़ कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया, जबकि मंच संचालन शिक्षक अजय कुमार ने किया. इस मौके पर विद्यालय के निदेशक ने एसडीएम को अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर एवं स्कूली बच्चों ने पुष्प बरसाकर उनका जोरदार स्वागत किया. कार्यक्रम के अंत में एसडीएम ने स्कूली बच्चों के द्वारा लगाये गये विभिन्न स्टोलों का भी निरीक्षण किया तथा बच्चों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की. बाल मेला में बुद्धा एकेडमी तारा बरियारपुर के प्राचार्य अजीत कुमार, ज्ञानोदय के निरीक्षक अधिवक्ता दिगंबर मिश्रा, शिक्षक अवनीत कुमार, सुशील कुमार, पंकज कुमार, गौतम प्रकाश, रमेश कुमार साहु, ज्ञानी कुमार, मोहम्मद फुलहसन, गीतांजली कुमारी, मनीषा कुमारी, लुसी कुमारी, पत्रकार अंजन कुमार आकाश, हेमकांत सिंह, शशिकांत प्रसाद वर्मा, राजेश कुमार, चंदन कुमार, डॉ दिनदयाल कुमार, डॉ गंगा प्रसाद, नंदकुमार महतो, अर्जुन कुमार यादव समेत विद्यालय के अन्य शिक्षक, अभिभावक एवं बच्चे मौजूद थे.