खोदावंदपुर/बेगूसराय। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का मूल उद्देश्य समग्र व्यक्तित्व का विकास है. भारतीय संस्कृति को अपनाकर विश्व शांति का सपना साकार किया जा सकता है. उक्त बातें अखिल विश्व गायत्री परिवार के जिला संयोजक हर्षवर्धन कुमार ने शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा- 2022 के पुरस्कार वितरण सह सम्मान समारोह के मौके पर शहनाई भवन तारा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं. इस अवसर पर मुख्य अतिथि व सेवानिवृत्त शिक्षक आदित्य झा ने कहा कि भारतीय संस्कृति से दूर रहना ही सभी समस्या का जड़ है. भारतीय संस्कृति अन्तःकरण को शुद्ध करके अच्छे जीवन जीने की कला सिखाती है. भारतीय संस्कृति विनम्र बनने की सीख देती है. उन्होंने कहा कि यदि बच्चे इससे जुड़ते हैं तो निश्चित रूप से अपने जीवन में सफल होंगे.दूसरे की स्त्रियों को माता व दूसरे के धन को मिट्टी के ढेला के समान समझें, तब जाकर ही भारतीय संस्कृति का संरक्षण होगा. इस मौके पर एमआरडी इण्टरमीडिएट कॉलेज मेघौल के व्याख्याता प्रो संजय कुमार ने कहा कि ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भी जरूरी है.यह भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा बच्चों को संस्कार से जोड़ती है. इससे पूर्व आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त शिक्षक राजेन्द्र महतो ने की, जबकि मंच संचालन गायत्री परिवार के बैद्यनाथ सहनी तथा आगत अतिथियों का स्वागत प्रो राम कृष्ण ने किया. इस मौके पर विभिन्न विद्यालयों से आये शिक्षकों के द्वारा अपना उद्बोधन भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के संबंध में किया गया. वहीं अखिल विश्व गायत्री परिवार इकाई खोदावन्दपुर के प्रखंड संयोजक डॉ देवेन्द्र कुमार विमल ने संकल्प लिया कि अगले वर्ष प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालयों में इस परीक्षा का आयोजन करेंगे. इस अवसर पर जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करनेवाले उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रखंड कॉलोनी खोदावन्दपुर के छात्र ऋतु रंजन को मुख्य अतिथि के द्वारा मोमेंटो एवं नगद राशि देकर सम्मानित किया गया. इसके अलावे विभिन्न विद्यालयों के सफल छात्र-छात्राओं को भी गायत्री परिवार के द्वारा सम्मानित किया गया, जिनमें छात्रा मनीषा कुमारी, पलक कुमारी, विकास कुमार, कहकशां प्रवीण, नाहिदा प्रवीण सहित दर्जन भर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया. इस मौके पर गायत्री परिवार से जुड़ें नन्दलाल ठाकुर के द्वारा भावपूर्ण संगीत की प्रस्तुति कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रभाकर नवीन, मोहम्मद अब्दुल्लाह, शिक्षक देवेन्द्र कुमार, निरंजन कुमार महेश, शिक्षिका चन्दन कुमारी, मोती कुमारी, पूनम कुमारी, गायत्री परिवार के नरेन्द्र प्रसाद सैनी, जवाहर महतो, रामचन्द्र साह, पूर्व जिला पार्षद अरविंद कुमार, धनुषधारी प्रसाद शाही, नन्दू कुमार, रामेश्वर पासवान समेत अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया. मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक रामकृष्ण पोद्दार, शशिरंजन कुमार, रामसागर महतो, प्रमोद कुमार, गजेन्द्र कुमार जयसवाल, डॉ अशोक कुमार, डॉ कैलाश पासवान समेत अनेक लोग मौजूद थे.