खोदावन्दपुर: जलनिकासी के स्थायी निदान की मांग को लेकर अर्थी के साथ आमरण अनशन की दी चेतावनी

खोदावंदपुर/बेगूसराय। बरसात के मौसम में जल जमाव की समस्या के स्थायी निदान की मांग को लेकर आगामी 26 जून से प्रखंड मुख्यालय में आमरण अनशन करने की सूचना ऊपर से नीचे तक के पदाधिकारियों को दे दी गयी है. फफौत पंचायत के वार्ड 9 स्थित तारा गांव निवासी स्वर्गीय राज कुमार शर्मा के पुत्र सत्य नारायण शर्मा ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर जिला व प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को भी इस संदर्भ में पत्र लिखा है. तमाम आला अधिकारियों एवं प्रखंड प्रशासन को लिखे पत्र में श्री शर्मा ने बताया है कि हर वर्ष बरसात के समय खोदावंदपुर, मेघौल एवं फफौत पंचायत काफी प्रभावित हो जाता है. जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से एक ओर जहां फफौत पंचायत के वार्ड 10 एवं 11 के लगभग 200 परिवारों का घर पानी में डूब जाता है, वहीं मेघौल पंचायत के लगभग 1000 बीघा की खरीफ फसल हर वर्ष डूब जाती है. इसके अलावे फफौत पंचायत का लगभग 500 बीघा एवं खोदावंदपुर पंचायत का लगभग 500 बीघा का खरीफ फसल भी हर साल क्षतिग्रस्त हो जाता है. बरसात के समय जलजमाव से हर वर्ष काफी नुकसान होता है. जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात के समय स्थिति बिकट हो जाती है. जलनिकासी की समस्या के स्थायी निदान की मांग पिछले कई वर्षों से यहां के लोगों द्वारा की जा रही है. इस मांग को लेकर हर वर्ष प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन एवं आमरण अनशन भी किया गया है, परन्तु अबतक अधिकारी इस समस्या की ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण शर्मा ने बताया है कि वर्ष 2018 से वर्ष 2021 तक हर साल इस मांग को लेकर आंदोलन किया गया है. चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजवंशी महतो ने तत्काल रूप से जेसीबी की मदद से कच्चा नाला बनवाकर जलनिकासी की व्यवस्था करवायी गयी, परंतु मुसहरी पोखर के समीप जलनिकासी वाले स्थान को दबंगों द्वारा मिट्टी भरकर जल निकास के रास्ता को अवरुद्ध कर दिया गया है.वर्षा ऋतु सिर पर है.इसलिए जल्द से जल्द जलनिकासी की समुचित निदान की आवश्यकता है. श्री शर्मा ने चेतावनी दिया है कि यदि क्षेत्र के इन पंचायतों से जलजमाव की समस्या का स्थायी निदान नहीं किया गया तो आगामी 26 जून को खोदावन्दपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सामने वह अपनी अर्थी साथ लेकर आमरण अनशन करेंगे.इस आशय का पत्र प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री कार्यालय, बिहार विधानसभा में विपक्ष दल के नेता, स्थानीय सांसद, विधायक, डीएम, एसपी, एसडीएम, सीओ, थानाध्यक्ष, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी खोदावंदपुर को भेजा गया है.