खोदावंदपुर: आयरन गोली खाने के बाद बच्चों को दर्द होने की शिकायत पर मचा हड़कंप, दर्जनभर से अधिक बच्चों को इलाज के लिए पहुंचाया गया सीएचसी

खोदावंदपुर/बेगूसराय। बाड़ा पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिर्जापुर के बच्चों ने बुधवार को विद्यालय में आयरन की गोली खाने के बाद गले में दर्द होने एवं उल्टी करने का मन करने की शिकायत की. बच्चों की इस शिकायत से शिक्षकों में हड़कंप मच गया. बच्चों की इस शिकायत की सूचना मिलते ही अनेक अभिभावक भी स्कूल परिसर में जुट गये. कई अभिभावक हंगामा भी करने लगे. विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी भारती ने घटना की सूचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावन्दपुर के प्रबंधन को दी. चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने विद्यालय परिसर पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की और बच्चों में आयरन गोली के किसी भी तरह के कुप्रभाव नहीं होने की बात बतायी. अभिभावकों की मांग पर विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने अभिभावकों के सहयोग से इन बच्चों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावन्दपुर पहुंचाया, जहां अपनी ड्यूटी पर तैनात डॉ राजेश कुमार ने इस विद्यालय के छात्र- छात्रा राहुल, अवनीश, विकास, कुंदन, खुशी कुमारी, अर्चना कुमारी, आयुषी कुमारी, आँचल कुमारी, आरती कुमारी, लक्ष्मी कुमारी समेत कई बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया तथा सभी बच्चों को बिल्कुल स्वस्थ बताया. चिकित्सक द्वारा इन सभी बच्चों को स्वस्थ घोषित किए जाने के बाद स्कूल के शिक्षकों एवं अभिभावकों ने राहत की सांस ली. घटना के संदर्भ में सीएचसी के चिकित्सकों ने बताया कि गोली खाने के बाद एक बच्चे के मुंह से मिचली आने के शिकायत की बात सुनकर उनकी देखादेखी अन्य बच्चे भी दर्द होने एवं मिचली आने की शिकायत शुरू कर दिया होगा, जिससे इस तरह की नौबत आ गयी. इस संदर्भ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोदावन्दपुर के स्वास्थ्य प्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को स्कूली बच्चों को क्रम वार आयरन की गोली खिलाई जाती है. बुधवार को क्षेत्र के अन्य स्कूलों में भी बच्चों को आयरन की गोली खिलाया गया है, परंतु कहीं से कोई शिकायत नहीं आयी है. उन्होंने बताया कि वर्ग प्रथम से वर्ग पंचम तक के बच्चों को आयरन की गुलाबी गोली तथा वर्ग षष्ठ से अष्टम तक के बच्चों को आयरन की नीली गोली खिलाई जाती है.अगले बुधवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिर्जापुर में सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों की मौजूदगी में शेष बचे बच्चों को आयरन की गोली खिलाई जायेगी.