छौड़ाही में गाजेबाजे के साथ निकाली गयी भव्य कलश शोभायात्रा, श्रीमद् भागवत कथा सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ का हुआ शुभारंभ

छौड़ाही/बेगूसराय। श्रीमद् भागवत कथा सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ को लेकर रविवार को गाजेबाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा बैंडबाजे के साथ सेवानिवृत्त शिक्षक ब्रजनंदन महतो के आवासीय परिसर से निकाली गयी, जो गांव का भ्रमण करते हुए छौड़ाही बाजार स्थित शिवमंदिर के प्रांगण में सिमरिया धाम से पवित्र गंगाजल लाकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल भरवाया गया. उसके बाद पुनः शोभायात्रा गांव का भ्रमण करते हुए यज्ञ स्थल तक पहुंचकर संपन्न हो गया. कलश शोभायात्रा में 108 नर- नारियों ने बढ़चढक़र हिस्सा लिया. इसकी जानकारी देते हुए मुख्य यजमान सह पत्रकार अंजन कुमार आकाश ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ का कलशयात्रा के साथ शुभारंभ किया गया है, जो आगामी 27 मई तक चलेगा. उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन शाम छह बजे से रात्रि दस बजे तक आयोध्या के सुप्रसिद्ध कथाव्यास परमपूज्य श्रद्धेय आचार्य लवकुश शास्त्री जी महाराज के द्वारा कथा प्रसारण किया जायेगा. मुख्य यजमान ने कहा कि आगामी 28 मई को हवन, पूर्णाहुति एवं विशाल भंडारा किया जायेगा.मिली जानकारी के अनुसार सप्ताहिक ज्ञान यज्ञ का मुख्य यजमान पत्रकार अंजन कुमार आकाश, आयोजक सेवानिवृत्त शिक्षक ब्रजनंदन महतो, संरक्षक ज्ञानोदय के निदेशक सह प्रधानाचार्य अंजेश कुमार, कोषाध्यक्ष राम नरेश यादव, राधाकृष्ण ट्रस्ट परिवार कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना एड़ी चोटी लगायें हुए हैं. इस कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया. शोभायात्रा में भाजपा नेता रामकुमार वर्मा, सुनील कुमार यादव, बबलू कुमार, अमित लाल, महेन्द्र कुमार, सुशील कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक रामप्रकाश महतो, महेश महतो, श्याम सुंदर महतो, विनोद कुमार, अजीत कुमार पिंटू, पप्पू वर्मा, शंभू कुमार सहित अनेक श्रद्धालु शामिल थे.
भागवत कथा के श्रवण से होता है कल्याण- आचार्य लवकुश शास्त्री जी महाराज
भागवत कथा के श्रवण से जीवों का कल्याण होता है तथा ईश्वर की प्राप्ति  होती है. कलियुग में मोक्ष का एकमात्र उपाय भागवत कथा सुनना है. यह बातें अयोध्या के प्रसिद्ध कथावाचक परमपूज्य श्रद्धेय आचार्य लवकुश शास्त्री जी महाराज ने कही. वे छौड़ाही में 21 मई से शुरू भागवत कथा के उदघाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि भागवत कथा ही मानव जीवन को अध्यात्म की ओर ले जाता है. सांसारिक गतिविधियों में उलझे रहने वाले मानव की मुक्ति का सरल साधन भागवत कथा है. इस भागवत कथा के आयोजन से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया है.