खोदावंदपुर: नवविवाहिताओं ने की वट वृक्ष की विशेष पूजा, अपने पति के दीर्घायु जीवन की कामना के लिए रखा व्रत

खोदावंदपुर/बेगूसराय। शुक्रवार को वट सावित्री व्रत पारंपरिक तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के सागी, दौलतपुर, बाड़ा, बरियारपुर पश्चिमी, बरियारपुर पूर्वी, फफौत, खोदावंदपुर एवं मेघौल पंचायतों के विभिन्न गांवों के नवविवाहिताओं और सुहागिनों ने इस मौके पर वट वृक्ष की विशेष पूजा अर्चना की. और अपने अचल सुहाग की कामना की. महिलाओं की टोलियों द्वारा मंगल गीत गायें जाने से पूरे क्षेत्र का वातावरण आनंदमय हो गया. वट सावित्री व्रत की महिमा के बारे में बाड़ा गांव निवासी व कर्मकांड के विद्वान पंडित बालेश्वर झा ने बताया कि सावित्री ने पहले जमाने में पति व्रता सावित्री ने अपने पति के प्राण लौटाने के लिए यमराज से विनती की थी. यमराज के बार- बार लौटाने पर भी वह टस-मस नहीं हुई. विवश होकर और सावित्री के विनम्र व्यवहार से प्रसन्न होकर यमराज ने मृत सत्यवान का प्राण लौटा दिया.उसी दिन से यह व्रत लोकाचार में प्रचलित हो गया.