बेगूसराय/छौड़ाही। हुजुर छौड़ाही पुलिस सुनती नहीं है. अब घर और गाँव में पुरे परिवार का जीना मुश्किल हो गया है. यह व्यथा है छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सहुरी पंचायत अंतर्गत बरैपुरा गाँव के एक विकलांग परिवार का. जिस विकलांग परिवार को लगातार दबंगों की दादागिरी के कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा है, लेकिन जब मामले की शिकायत छौड़ाही पुलिस से की गयी तो आजतक कोई भी पुलिस पदाधिकारी पीड़ित परिवार की स्थिति का जाँच पड़ताल करना भी मुनासिब नहीं समझें. इस बावत पीड़ित सहुरी बड़ैपुरा गाँव निवासी सैलो देवी के विकलांग पति नरेश यादव ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार बेगूसराय में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव को लिखित बयान दर्ज कराकर न्याय की गुहार लगायी है. दिये गये आवेदन में पीड़ित श्री यादव ने बताया है कि विगत 13 सितंबर 2022 को उनके पड़ोसी अवधेश यादव, रूदल यादव एवं सुजीत यादव घर में घुसकर गाली गलौज करते हुये हमारी पत्नी शैलो देवी को गलत नियत से शरीर से कपड़ा खींचकर अर्धनग्न कर दिया. घटना के बाद छौड़ाही थाना में कांड संख्या- 275/2022 अंकित किया गया. उसके बाद नामजद आरोपी घर छोड़कर महिनों तक फरार रहा था. पीड़ित ने गंभीर आरोप लगाते हुये कहा है कि मंझौल के पुलिस इंसपेक्टर और मुकदमा के अनुसंधानकर्ता अभियुक्तों के मेल प्रभाव में आकर मुकदमा को कमजोर कर दिया और फिर सभी अभियुक्त घर पर आकर रहने लगा. पीड़ित ने बताया कि इसकी आशंका हमें पहले से ही थी. इसलिए एसपी बेगूसराय को लिखित आवेदन देकर पर्यवेक्षण पदाधिकारी मंझौल के पुलिस इंसपेक्टर और छौड़ाही ओपी के एएसआई अनुसंधानकर्ता को हटाकर दुसरे पदाधिकारी जाँच की माँग की थी, लेकिन किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं किया जा सका.पीड़ित ने बताया कि पुलिस पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई में बरती गयी लापरवाही के कारण विगत दिनों 08 दिसंबर 2022 की संध्या तकरीबन 7 बजे जब हमारी पत्नी गाँव में ही दुध देकर लौट रही थी. इसी बीच पीसीसी सड़क पर अवधेश यादव, रूदल यादव पहले घेर लिया और गाली गलौज करते हुये जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा. उसके बाद उसके परिजन ललिता देवी, रिंकु देवी, रामसुमारी देवी एवं विभा देवी भी पहुँचकर हमारे साथ भद्दी भद्दी गालियाँ देते हुये जान से मारने की धमकियां देने लगा. पीड़ित ने बताया है कि अब घर में रहना मुश्किल हो गया है. जीना भी मुहाल हो गया है. पीड़ित के मुताबिक घटना के तुरंत बाद इसकी सुचना छौड़ाही पुलिस को दिया. छौड़ाही ओपीध्यक्ष चौकीदार को हमारे घर पर भेजा. चौकीदार के सामने भी दबंग हमलोगों को भद्दी भद्दी गालियाँ देता रहा. पीड़ित ने बताया है कि 09 दिसंबर 2022 को छौड़ाही ओपी में पुरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत पुनः की, लेकिन छौड़ाही ओपी के पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर जाना तो दुर की बात, चार दिन बाद भी आरोपियों पर किसी भी तरह कार्रवाई नहीं की है. पीड़ित के मुताबिक उसने डीएलएसए के पीएलभी धर्मेंद्र कुमार को घटनाक्रम की जानकारी दी. उसके बाद पीएलभी धर्मेंद्र कुमार ने छौड़ाही ओपीध्यक्ष को मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध किया था, फिर भी छौड़ाही ओपीध्यक्ष ने किसी भी तरह की कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझा. पीड़ित के मुताबिक सभी लोग प्रतिदिन सुबह से शाम तक गाली गलौज और तरह तरह की धमकी देते रहता है. पीड़ित ने बताया है कि इस दबंगों के डर से कोई ग्रामीण और जनप्रतिनिधि कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. लिहाजा अब सपरिवार को आत्महत्या कर लेने के सिवाय कोई रास्ता शेष नहीं रह गया है. पीड़ित ने मामले में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की माँग करते हुये छौड़ाही के पुलिस पदाधिकारी पर भी कठोर एक्शन लेने का अनुरोध किया है.
बोले सीजेएस-
पीड़ित द्वारा लिखित शिकायत प्राप्त हुआ है. पूर्व के एफआईआर के आधार पर व्यवहार न्यायालय मंझौल को पत्र भेजा रहा है. आरोपियों पर न्यायालय के माध्यम से स्पीडी ट्रायल कराकर कानुनी कार्रवाई के लिये निर्देशित किया गया है.
सतीश कुमार झा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार बेगूसराय