खोदावंदपुर क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक विद्यालयों में अब तक शुरू नहीं हुई चाहरदीवारी निर्माण कार्य, *शिक्षकों, बच्चों व अभिभावकों को हो रही परेशानी*

खोदावंदपुर/बेगूसराय। खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक सरकारी विद्यालयों में चाहरदीवारी निर्माण कार्य को स्वीकृति महीनों पूर्व मिलने के बावजूद अब तक काम शुरू नहीं किया गया है, जिससे शिक्षक, बच्चों एवं अभिभावकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. वहीं बेगूसराय रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 किनारे अवस्थित विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा है. मिली जानकारी के अनुसार चाहरदीवारी निर्माण के लिए संबंधित प्रधानाध्यापक से एनओसी भी लिया गया था, लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद चाहरदीवारी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका. खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के 25 विद्यालयों में चाहरदीवारी निर्माण योजना की स्वीकृति जिला परिषद मद से मिली थी. सरकारी विद्यालयों में चाहरदीवारी निर्माण कार्य के लिए जिला परिषद की ओर से स्वीकृति दी गयी थी. योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला परिषद के जिला अभियंता ने अपने पत्रांक- 124, दिनांक- 26 मार्च 2022 के पत्र के आलोक में संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापक से एनओसी मांग की गयी थी. जिला परिषद की ओर से जारी पत्र के आलोक में चाहरदीवारी निर्माण योजना की नाम सूची में शामिल है.
जिनमें उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय मसुराज, उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाड़ा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सागी उर्दू, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिरसी उर्दू एवं आदर्श मध्य विद्यालय मेघौल का नाम शामिल है. इसके अलावे नवसृजित प्राथमिक विद्यालय चकवा पूर्वी टोल, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय नुरुल्लाहपुर पूर्वी टोल, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय अमर सिंह स्थान मेघौल, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय उत्तरी टोला खोदावंदपुर, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय खोदावंदपुर पश्चिम, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय दास टोल बिदुलिया, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बरियारपुर पूर्वी, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सुबी टोल, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गाछी टोल, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सिरसी दक्षिण, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सिरसी पश्चिम, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मुस्लिम टोल खोदावन्दपुर, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कोइरीटोल नुरुल्लाहपुर, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय गोसाइमठ सहित कुल 25 विद्यालय शामिल हैं.
इन विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव व प्रभारी प्रधानाध्यापक से विहित प्रपत्र में योजना के क्रियान्वयन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा गया था. स्कूलों में चाहरदीवारी निर्माण योजनाओं की स्वीकृति मिलने से ग्रामीणों में खुशी की लहर देखी जा रही थी, लेकिन योजना का क्रियान्वयन नहीं होने से लोगों की खुशी काफूर हो गया. क्षेत्र के सामाजिक व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं व शिक्षा प्रेमियों ने कहा कि क्षेत्र के अधिकतर विद्यालयों में चाहरदीवारी नहीं है, जिससे शिक्षकों, बच्चे व अभिभावकों के बीच भय बना रहता है. चाहरदिवारी के अभाव में विद्यालय परिसर चारागाह बना हुआ है. विद्यालय समय अवधि के बाद अधिकतर विद्यालय परिसर असामाजिक तत्वों का अड्डा बना रहता है. चाहरदीवारी के अभाव में विद्यालय असुरक्षित बना हुआ है. इन विद्यालयों में चाहरदिवारी निर्माण की आस जगी थी, चाहरदिवारी निर्माण कार्य में अनावश्यक विलंब किए जाने से लोगों में मायूसी देखी जा रही है.
वहीं एमआरडी इण्टरमीडिएट कॉलेज मेघौल, उत्क्रमित मध्य विद्यालय नारायणपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सागीडिह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सागी हिंदी, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पासवान टोल चलकी समेत अन्य विद्यालयों में चाहरदीवारी नहीं रहने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है. आमजनों ने इन विद्यालयों के चाहरदीवारी निर्माण की स्वीकृति देने की मांग वरीय अधिकारियों से की है.