खोदावंदपुर/बेगूसराय। सन 1942 के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों की गोली से बलिदान हुए खोदावन्दपुर प्रखंड के मेघौल गांव निवासी राधा प्रसाद सिंह एवं राम जीवन झा के सम्मान में बुधवार को शहीद राधाजीवन युवा क्लब मेघौल के सौजन्य से श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा का आयोजन किया गया. आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता बलिदानी के स्वजन मोहन प्रसाद सिंह ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत बलिदानियों के स्मारक पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि से किया गया. संकल्प सभा को संबोधित करते हुए साहित्यकार चन्द्रशेखर चौधरी ने कहा भारत की आजादी में मेघौल का अहम योगदान है. यहां के दर्जनों देशभक्त नौजवानों ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिया. इनमें कैलाशपति बिहार, रामाधीन सिंह, बलदेव प्रसाद सिंह, लक्ष्मीकांत झा आचार्य, विन्देश्वरी मिश्र, गणेशदत्त शर्मा, हर्षित नारायण सिंह, राम पदार्थ सिंह सहित अनेक सूरमाओं का नाम सुमार है.इतना ही नहीं मेघौल गांव के दो-दो लाल राधा प्रसाद सिंह व राम जीवन झा आज ही के दिन 24 अगस्त 1942 को अंग्रेजों की गोली खाते हुए शहीद हो गये थे, लेकिन तिरंगे को झुकने नहीं दिया. ऐसे बलिदानियों के बल पर हमें 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ. आज बलिदान दिवस के मौके पर हमसब उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं तथा संकल्प लेते हैं कि हम भारत की स्वतंत्रता पर जीते हुए खरोज नहीं आने देगें. कार्यक्रम को केदार प्रसाद सिंह, रामप्रीत ठाकुर, अमरेंद्र प्रसाद सिंह, विपिन यादव, अरुण कुमार, कृष्णभूषण मिश्र, नंदकिशोर सिंह, मुरारी सिंह, सत्येंद्र प्रसाद सिंह सहित अनेक लोगों ने संबोधित किया तथा बलिदानियों के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर राष्ट्र सेवा का संकल्प लिया और तिरंगा पदयात्रियों का जोरदार स्वागत किया.
वहीं दूसरी ओर जिला अभिभावक शिक्षक संघ के संयोजक संतोष कुमार के नेतृत्व में बैनर तले शहीद स्थल बेगूसराय से बलिदानियों के याद में तिरंगा पदयात्रा निकाली गयी.जो पदयात्रा बेगूसराय- रोसड़ा मुख्य पथ एस एच 55 होते हुए बुधवार को बलिदानी राधा जीवन स्मारक मेघौल पहुंचने पर ग्रामीणों ने उन्हें जोरदार स्वागत किया.पदयात्रा में शामिल रष्ट्रभक्तों ने बलिदानी राधा जीवन स्मारक पर तिरंगे को सेल्यूट किया. पदयात्रा दल के साथ ग्रामीणों ने ढोल नगारा के साथ गांव का भ्रमण करते हुए लोगों को शहादत का स्मरण दिलाया. पदयात्रा दल के संयोजक श्रीईश्वर लाल ने बताया कि शहीद दिवस के मौके पर बलिदानी राधा जीवन की याद में 23 गत को हमारा जत्था शहीद स्मारक बेगूसराय से हाथ में तिरंगा थाम कर निकाला गया था, जो बेगूसराय में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर व मंझौल गांधी स्मारक पर माल्यार्पण करते हुए 42 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर 24 अगस्त को शहीद स्मारक मेघौल पहुंचे. उन्होंने बताया कि तिरंगा पदयात्रा दल में दुखा तांती, संजीव साह, मोहम्मद शमशाद, सीता राम सहित कुल दस देश प्रेमी शामिल थे. पदयात्रा का मुख्य उदेश्य स्वतंत्रता आंदोलन में शहीदों की भूमिका से अवाम को अवगत कराना एवं लोगों में राष्ट्र प्रेम की भावनाओं को जागृत करना है.